सौंदर्यीकरण के नाम पर पर्यावरण बर्बादी न हो

पिछले सप्ताह ही सरकार ने एलान किया है कि पर्यटन स्थलों के सौंदर्यीकरण पर तकरीबन 53 करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगेे । ये एक सराहनीय निर्णय है, पर इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है […]

जलाशय बचाने के लिये कांके डैम बचाओ संरक्षण समिति का संघर्ष

रांची : कांके डैम बचाने के लिए कांके डैम संरक्षण समिति का अनिश्चित कालीन धरना सह सत्याग्रह लगातार जारी है। पिछले तीन साल से कांके डैम को अतिक्रमण मुक्त कर उसकी घेराबंदी करने, डैम तक […]

चाईबासा की रोरो खदान प्रभावितों को राहत, मुआवजा देगी सरकार

संवददाता चाईबासा रोरो पहाड़ियों के आस पास के 14 गावों के लोगों पर खतरनाक एसबेस्­टस कणों का खतरा मंडराता रहा है। सालों पहले यहां एस्­बेस्­टस निर्माण के सामग्री के लिये पहाड़ों का खनन होता था। […]

मछली पालन क्यों ?

मांसाहारी भोजन में मछली एक सुपाच्य भोजन है यह आसानी से उपलब्ध हो जाती है और समाज के सभी वर्गों के लिए सुलभ है। जहां तक झारखंड राज्य की बात है तो यहां मांसाहारी भोजन […]

लग्‍जरी काराेें में हाेे रही गौतस्‍करी

मनोरंजन सिंह कुछ सालों से लक्जरी कारों में गोवंशियों की तस्करी हो रही है। इन लक्जरी कारों के डिक्की या पिछली सीट पर गाय बैलों को रस्सियों में जकड़ कर कुछ इस तरह से निर्ममता […]

विकास के नाम पर झारखंड में हरियाली की बर्बादी

रांची : खबर में लगे चित्र में रांची के धुर्वा में स्मार्टसिटी के निर्माण के नाम पर तकरीबन 300 पेड़ों को कटा हुआ देख सकते हैं। रांची में स्मार्टसिटी और स्मार्टरोड बनाने का प्रहसन बहुत पुराना है। ये दोनों […]

लैंड म्यूटेशन बिल के बजाय अंचलों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगे

मनोज शर्मा रांची : अभी हाल में झारखंड में लैंड म्यूटेशन बिल को लेकर सरकार और विपक्ष में ठन गयी थी। आम आदमी भी इस बिल को लेकर संशकित है। दरअसल सरकार के इस बिल […]

अगात मटर, आलू और जाड़े की अन्य सब्जियों की खेती शुरू करें किसान

रांची : बीएयू ग्रामीण कृषि मौसम सेवा अधीन जारी एग्रोमेट एडवाइजरी बुलेटिन में विभिन्न सब्जियों जैसे टमाटर, फूलगोभी, बंधगोभी आदि का बिचड़ा तैयार होने पर मेढ़ बनाकर रोपाई करने का परामर्श दिया गया है. बुलेटिन […]

मटर की खेती में कम अवधि वाली धान किस्मों की खेती फायदेमंद

अजय कुमार रांची : प्रदेश में वर्षा आधारित खेती पर निर्भरता और सीमित सिंचाई के कारण बहुतायत किसान रबी फसलों की खेती नहीं कर पाते है। बीएयू अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), चतरा द्वारा […]

आदिवासी संस्कृति से हमें सीखनी चाहिये

मनोज शर्मा सालों पहले एक बार मैं अपने कुछ दोस्तों के साथ रांची से कुछ किमी दूर साइको नामक जगह पर पिकनिक के लिये गया था। वहां हम सभी नदी के किनारे भोजन कर रहे […]