:::प्रियंका सिंह:::
रांची : भारत सरकार द्वारा घोषित एक पेड़ माँ के नाम कार्यक्रम के तहत राज्य के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में झारखण्ड के विलुप्त प्रायः प्रजाति एवं संकटग्रस्त प्रजातियों के पौधों जैसे काला शीशम बीजा साल कल्पतरू नागकेशर इत्यादि का वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजन किया जा रहा है। इसी अभियान के शुभारंभ में झारखण्ड जैवविविधता पर्षद् ने 25जुलाई 2024 को रातु स्थित महारानी प्रेममजंरी बालिका उच्च विद्यालय मsa वृक्षारोपण कराया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के पर्षद् के सदस्य सचिव संजीव कुमार ने बताया कि, वृक्षारोपण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियांs एवं आम जनाsa मsa झारखण्ड में उपलब्ध जैवविविधता की पहचान उनके महत्व एवं संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। उन्होंने जैवविविधता के महत्व तथा पर्यावरण एवं इसके पारिस्थिकी संतुलन में जैवविविधता की भूमिका के बारे में बताया। मुख्य अतिथि ने औषधीय उद्यान का उदघाटन भी किया। इस उद्यान में झारखण्ड जैवविविधता पर्षद् ने मल्टी विटामिन वन अजवाईन, कपुर तुलसी, वन लहसुन, वन धनिया जैसी प्रजातियों के पौधे लगाये हैं। पर्षद् द्वारा झारखण्ड में विलुप्त हो रहे वनस्पति प्रजातियों के बारे में भी बताया गया। इस कार्यक्रम में पर्षद् के पी0के मिश्रा , एस0बी0 चैधरी , संतानु लाल बोन्डीया , अमरनाथ सिंह , प्रसेनजीत मुखर्जी, हरि शंकर लाल , मनीष कुमार , सुनील कुमार , धीरेन्द्र कुमार ,पल्लवी भारती श्रीमति मोनी कुमारी , प्रधानध्यापिका श्रीमति नीना सहाय ,संतोष कुमार और अन्य शिक्षक, विद्यार्थी उनके माता पिता , पंचायतों के जैवविविधता प्रबंधन समिति के सदस्य और ग्रामीण भी उपस्थित थे।