आँजन धाम माता अंजनी के लाल की जन्मस्थली

  आँजन धाम झारखंड राज्य के दक्षिण पश्चिम में स्थित गुमला जिला में स्थित एक प्रसिद्ध एवं प्राचीन धार्मिक स्थल है, जो झारखंड की राजधानी राँची से करीब 118 किलोमीटर दूर स्थित है। यह स्थान […]

विश्व पर्यावरण दिवस और सरहुल: प्रकृति की रक्षा के दो रूप

विश्व पर्यावरण दिवस और सरहुल, दोनों ही त्योहार प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को दर्शाते हैं। विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है, जबकि सरहुल झारखंड के आदिवासी समुदायों द्वारा […]

मारसिली पहाड़: रांची का उभरता हुआ प्राकृतिक पर्यटन स्थल

इन्‍नोसेंट बेंग पीजी इंटर्न, स्‍कूल ऑफ मास कम्‍युनिकेशन रांची विश्‍वविद्यालय, रांची झारखंड की राजधानी रांची में स्थित मारसिली पहाड़ अब तेजी से एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है। शहर की हलचल […]

झारखण्ड का स्वादिष्ट जंगली फल ‘केंद’

मनीष कुजूर पीजी इंटर्न, स्‍कूल ऑफ मास कम्‍युनिकेशन रांची विश्‍वविद्यालय, रांची झारखण्ड के जंगलों में भरपूर मात्रा में पाए जाते है स्वादिष्ट जंगली फल ‘केंद’। इसे केंदु, केंदा, तिरिल आदि नामो से भी जाना जाता […]

क्या आपने खाया है झारखण्ड का फेमस ‘कोयनार’ साग?

मनीष कुजूर पीजी इंटर्न, स्‍कूल ऑफ मास कम्‍युनिकेशन रांची विश्‍वविद्यालय,रांची झारखण्ड में अनेकों प्रकार के साग पाए जाते है उनमें से एक प्रसिद्ध साग है कोयनार साग। यह साग गर्मियों में पाया जाता है इसके […]

महुआ फल है औषधीय गुणों का खजाना, जानें चौंकाने वाले फायदे

अमित कुमार महतो पीजी इंटर्न, स्‍कूल ऑफ मास कम्‍युनिकेशन रांची विश्‍वविद्यालय, रांची डेस्क (अमित कुमार महतो) आदिवासी परंपरा में महुआ का रोल बहुत ही महत्वपूर्ण है। कहा जाता है कि जब भोजन की समस्या आती […]

गेतलसूद बांध के रोज़ आइलैंड पर उमड़ रही भीड़: रांची के लोगों का नया पसंदीदा स्थल

::::Innocent Beng::: पीजी इंटर्न, स्‍कूल ऑफ मास कम्‍युनिकेशन रांची विश्‍वविद्यालय,रांची हाल के दिनों में, गेतलसूद बांध के पास स्थित रोज़ आइलैंड तेजी से रांची के निवासियों और पर्यटकों का नया पसंदीदा स्थल बन गया है। […]

सिमडेगा का रामरेखा धाम,जहां पग पग हैं भगवान राम के निशान

:::मो.इरशाद::: रामरेखा धाम सिमडेगा जिले में स्थित एक पवित्र और ऐतिहासिक स्थल है, जो मुख्यालय से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण ने […]

प्रकृति का दिया हुआ जोड़ा पेड़

उज्‍ज्‍वल केरकेट्टा पीजी इंटर्न, स्‍कूल ऑफ मास कम्‍युनिकेशन रांची विश्‍वविद्यालय, रांची झारखंड की जनजातियाँ प्रकृति की उपासक है। पर्वत, पहाड़, पशु-पक्षी और पेड़-पौधों को भगवान स्वरूप मानती हैं। कई बार प्राकृतिक नजारों को देख कर […]

क्‍या खत्‍म हो जायेगी? नेतरहाट की नैसर्गिक सुदंरता

मनोज कुमार शर्मा झारखंड पहाडि़यों की रानी नेतरहाट जो अपनी रमणिक एंद्रजालिक खुबसूरती के लिये जानी जाती थी अब उसका तेजी से क्षरण हो रहा है। कभी अपने देश के सबसे उत्‍कृष्‍ट आवासीय विद्यालय, ऊंची […]