:::संवाददाता:::
• सदस्य सचिव संजीव कुमार ने पर्यावरण सुरक्षा की शपथ दिलायी
• पूर्वजों के जड़ी बूटी की पारंपरिक ज्ञान को सहेजने की जरूरत
रांची : जैव विविधता के संरक्षण करने बचे झारखंड जैव विविधता पर्षद ने 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर ATVS जिला स्कूल में एक कार्यशाला किया गया जिसमें संजीव कुमार PCCF सह सदस्य सचिव मुख्य अतिथि थे सदस्य सचिव ने अपनी अभिभाषण में विस्तृत रूप से बताया कि औषधीय पौधों के संरक्षण हेतु औषधीय उपवन का निर्माण किया जाना एवं उनके औषधीय गुणों की जानकारी पूर्वजों द्वारा जड़ी बूटी का उपयोग पीढी दर पीढी किया जाता रहा है जो एक पारंपरिक ज्ञान है। जिसका उपयोग दिन प्रति दिन घटता जा रहा है अंतराष्ट्रीय उद्देश्यों में इसकी चर्चा और संरक्षण के लिये जैव विविधताओं के प्रति रुचि लाने का प्लानिंग किया जा रहा है, साथ ही विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस में सभी लोगों/आमजनो की सहभागिता जरूरी है। जलवायु परिवर्तन से हो रहे है नुकसान से पूरे विश्व को संरक्षित करना मनुष्य का कर्तव्य है ,जिससे मृदा संरक्षण, जल संरक्षण किया जा सकता है। इस अवसर पर सदस्य सचिव ने पारंपरिक ज्ञान को भी संरक्षित किये जाने की अपील उपस्थित छात्रों प्रतिभागियों से किया । उन्होंने सभी लोगों को पर्यावरण सुरक्षा के शपथ ग्रहण भी कराया।
डॉ यास्मीन गागरिया प्रिंसिपल जिला स्कूल ने सदस्य सचिव की सोच को उपस्थित प्रतिभागियों के बीच में सराहा
इस कार्यक्रम में जिला परिषद के सदस्य आदिल अजीम डॉ प्रसेनजीत मुखर्जी पर्षद सदस्य ने भी अपनी विचार को साझा किया साथ में पर्षद के हरि शंकर लाल तकनीकी पदाधिकारी ने प्रस्तुतीकरण में स्थानीय प्रजातियों प्रबंधन समिति एवं अधिनियम की विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम में पर्षद के मनीष कुमार,सुनील कुमार,धीरेन्द्र कुमार,मोनी कुमारी एवं विभिन्न महाविद्यालय से चयनित इंटर्न तनिष्क,मनीषा,नीतू,ज्योत्सना,मौसम के साथ में पल्लवी भारती ने भी भाग लिया।