रांची: टेंडर कमीशन मामले में गिरफ्तार आलमगीर आलम ने अपने मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है.जिसको लेकर राज्य की सियासी सरगर्मी तेज़ हो गयी.आखिर आलमगीर आलम का जगह कौन लेगा इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म हो चूका है.एक ओर जहाँ कांग्रेस की ओर से बैठकों का दौर जारी है.बता दे की बीते बुधवार को कांग्रेस की एहम बैठक रांची के सर्किट हाउस में थी, जिसमे कांग्रेस के झारखण्ड प्रभारी जीए मीर ,प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत कांग्रेस कोटे के सभी विधयक मौजूद रहे..हालाँकि बैठक ख़त्म होने के बाद कांग्रेस प्रभारी जीए मीर ने कहा की सभी लोगों ने अपना सुझाव दे दिया है अब आलाकामन ही फैसला लेंगे.लेकिन कांग्रेस की अंतरकलह लगातार सामने आ रही है, जिसमे जामताड़ा विधयक इरफ़ान अंसारी यही बोलते हुए नज़र आ रहे है की उनके अलावा कांग्रेस के पास कोई विकल्प नहीं है.
गौरतलब है की राज्य में लगातार इडी की दबिश देखने को मिल रही है.मनरेगा घोटाला से पूरा जांच का दायरा शुरू हुआ था जिसमे आईएएस पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद जमीन घोटाले मामले में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी इडी की और से लगातार सामान जारी किया जा रहा था जिसके बाद लम्बी पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को जेल भेज दिया गया था. हालाँकि उसके बाद सर्वसम्मिति से चम्पई सोरेन को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया .खबरे ये भी आई थी की अगर गंडये विधानसभा सीट से कल्पना सोरेन जीत हासिल करेंगी तो झारखण्ड की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी.इस बीच कल्पना सोरेन ने गंडये से जीत हासिल कर ली है.लेकिन मीडिया के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर उंहोने कहा की ऐसी कोई बात नहीं है चम्पई सोरेन ही मुख्यमंत्री रहेंगे.झारखण्ड में लगातार सियासी उठापटक के बिच कई अहम फैसले लिए जा रहे है, अब सभी की निगाहें टिकी हुई है की कांग्रेस के विधायक दल के साथ मंत्री कौन होंगे।
करिश्मा सिन्हा