कन्हई बताते हैं कि वह इस नतीजे पर पहुंचे की विद्या का रास्ता पकड़कर ही उनके जीवन में बदलाव आ सकता है. ऐसे में कन्हई ने पहले इसके लिए भगवान को खुश करने का फैसला किया
कई लोगों को पर्यावरण से बेहद प्यार होता है लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनका ये प्यार जुनून की हद तक होता है. यही लोग समाज में बड़ा अंतर लाने में सक्षम होते हैं. ऐसे ही एक गुमनाम हीरो भिंड जिले के कन्हई बघेल हैं, जो अपने जीवन में 2000 से भी ज्यादा पेड़ लगा चुके हैं और हैरानी की बात ये है कि 85 बरस की उम्र में भी उनका ये जोश बरकरार है. कन्हई बघेल का प्रकृति से, पेड़ों से इतना प्यार है कि इस प्यार के चलते लोगों ने उन्हें पागल तक समझना शुरू कर दिया था लेकिन कन्हई इन बातों से जरा भी विचलित नहीं हुए.