रांची : कांके डैम बचाने के लिए कांके डैम संरक्षण समिति का अनिश्चित कालीन धरना सह सत्याग्रह लगातार जारी है। पिछले तीन साल से कांके डैम को अतिक्रमण मुक्त कर उसकी घेराबंदी करने, डैम तक पहुँचने वाले सभी नालों के सीधे प्रवेश पर रोक लगाने,डैम की साफ सफाई तथा प्रदूषण मुक्त करने के अलावा जिन रैयत परिवारों का जमीन डैम निर्माण में गया उन विस्थापितों/स्थानीय मछुआरों को मछली पालन का अधिकार दिलाने के लिए 2 अक्टूबर से कांके डैम के किनारे,सोसो फुटबॉल मैदान में यह धरना सह सत्याग्रह किया जा रहा है। अमृतेश पाठक ने आम लोगों से भी इस आंदोलन में जुड़ने की अपील की है।
समिति के संरक्षक अमृतेश पाठक का कहना है कि विदित है कि कांके डैम रांची के प्रमुख जलाशयों में एक बड़ा और महत्वपूर्ण जलाशय है जिससे कांके रोड,मोराबादी,कचहरी और अपर बाजार जैसे महत्वपूर्ण इलाकों के लाखों लोगों को जल आपूर्ति होती है। 1952-54 में निर्माण के बाद से आज तक कभी इसका गहरीकरण और सफाई नहीं की गई है। बल्कि बढ़ती जनसंख्या और बेतरतीब शहरीकरण के बाद रातू रोड और कांके रोड की ओर से बहने वाली लगभग सात बड़े नालों के माध्यम से पूरे शहर का कचरा,मैला और पालीथीन सीधे डैम में प्रवेश करता है। बरसों से सफाई नहीं होने और गाद जमने के कारण बड़े पैमाने पर जलकुंभी पनपता है। पूरे डैम का पानी काला दिखता है और दूर से ही दुर्गंध आती है। डैम के पानी में बढ़ते प्रदूषण से कई बार ऑक्सीजन की इतनी कमी हो जाती है कि डैम में बड़े पैमाने पर मछली तक मर जाते हैं। अब सोचने वाली बात है कि जिस डैम का पानी इतना जहरीला हो उसे सामान्य ट्रीटमेंट से ट्रीट कर पीने के लिए सप्लाई किया जाता है। इसके अलावा डैम के एक बड़े हिस्से में अतिक्रमण और अवैध कब्जा है। सरकार अपनी जमीन और प्रोपर्टी को लंबे समय तक लावारिस छोड़ दे तो यह स्वाभाविक है। एक महत्वपूर्ण मुद्दा स्थानीय मछुआरों और रैयत परिवार का है जिनका जमीन डैम निर्माण में गया था उन्हें न सिर्फ विस्थापित होना पड़ा उन्हें डैम में मछली पालन कर जीवनयापन करने से भी बेदखल कर दिया गया। कांके डैम संरक्षण समिति के बैनर तले अब दर्जनों गांव और शहर के लोग अंतिम और निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार है। प्राकृतिक संसाधनों को बचाना हम सब का कर्तव्य है। समिति के संरक्षक अमृतेश पाठक के इस प्रयास में मनोज उरांव,बिरसा मुंडा, आजु मुंडा, संतोष लोहरा,सियाराम सिंह, समीर मांझी,शिवा मुंडा, करण मुंडा, फेकली देवी,सीमा देवी, जोबा देवी,परी मुंडा, आरती कुमारी व अन्य लोगों का साथ मिल रहा है।