Sandhya Kumari
Ramgarh : शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सोमवार देर शाम जिले के गिद्दी ‘ए’ स्थित दुर्गा मंडप परिसर में बांग्ला समाज की ओर से पारंपरिक कोजागोरी लोक्खी पूजा का भव्य आयोजन किया गया। यह पूजा लगातार 26वें वर्ष संपन्न की गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ भाग लिया।
सुख-समृद्धि की कामना के साथ मां लक्ष्मी की आराधना
पूजा कार्यक्रम का संचालन ब्राह्मण गौतम बनर्जी ने यजमान हेमंत गोस्वामी के साथ विधिपूर्वक मंत्रोच्चारण के माध्यम से किया। माता लक्ष्मी की पूजा के पश्चात भोग अर्पण, पुष्पांजलि और आरती की गई। महिला श्रद्धालुओं ने दिनभर उपवास रखते हुए मां को फल, फूल, मिष्ठान्न, खोई, दूध, बताशा और पेड़ा अर्पित किए और अपने परिवार व समाज की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की।
1999 से लगातार आयोजित हो रही पूजा
पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि कोजागोरी लोक्खी पूजा की शुरुआत वर्ष 1999 में हुई थी और तब से यह परंपरा निरंतर जारी है। इस वर्ष श्रद्धालुओं के लिए लगभग 20 क्विंटल खिचड़ी का भोग तैयार किया गया, जिसे प्रसाद के रूप में वितरित किया गया।
रंगोली प्रतियोगिता ने बढ़ाई शोभा
पूजा के दौरान बच्चों के लिए रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें नन्हे कलाकारों ने रंग-बिरंगी रंगोलियों से मां लोक्खी के पंडाल की शोभा और भी बढ़ा दी। इस आयोजन ने पूरे माहौल को उल्लासपूर्ण बना दिया।
श्रद्धालुओं की रही भारी उपस्थिति
इस अवसर पर पूजा समिति के अध्यक्ष रंजीत कोनार, सचिव विष्णु मजूमदार, कोषाध्यक्ष सजल जोश, सदस्य दिलीप दत्ता, काजल दत्ता, विनायक भट्टाचार्य, काजल सेन, उदय शंकर भट्टाचार्य, प्रशांत मंडल, भास्कर गोस्वामी, रामबाबू, सपन सरकार सहित बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालु उपस्थित रहे।
यह आयोजन बांग्ला समाज की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक आस्था का प्रतीक बनकर क्षेत्र में विशेष स्थान बनाए हुए है।
