RAJIV KUMAR :- झारखंड में भारतीय जनता पार्टी अब तक अपने प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा नहीं कर पाई है। इसके कारण राजनीतिक गलियों में चर्चाओं को तेज कर दिया है। महीनों से कई संभावित नामों की अटकलें लगाई जा रहे हैं, लेकिन अब तक पार्टी नेतृत्व की और से कोई आधिकारिक नाम का ऐलान नहीं हुआ है जिसके कारण सियासत ओर गर्म हो गई है। जहाँ पार्टी इसे संगठनात्मक प्रक्रिया का हिस्सा बता रही है, वहीं विपक्ष इसे भाजपा की आंतरिक अस्थिरता करार दे रहा है। जेएमएम जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन इनको झारखंड में प्रदेश अध्यक्ष चुनाव में दिक्कत हो रही है इससे सीधा यह देखा जा सकता है कि किस प्रकार से उनका संगठनात्मक कमजोरी प्रदर्शित हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में किस प्रकार से उनका जनाधार बिल्कुल ध्वस्त हो गया था । उन्होंने रघुवर दास की और इशारा करते हुए कहा कि बीजेपी किस प्रकार से उन्हें राज्यपाल से हटा कर झारखंड की राजनीति में लाई उसके बाद भी उन्हें कोई फायदा नहीं दिख रहा है साथ ही उन्होंने अर्जुन मुंडा,बाबूलाल मरांडी और जेएमएम से आयातित चंपई सोरेन जैसे दिग्गज नेताओं के होते हुए भी अपना प्रदेश अध्यक्ष न मिलना उनको कमजोर दिखाता है। कांग्रेस नेता कुमार राजा ने तंज कसते हुए कहा कि झारखंड में तीन पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा रघुवर दास और बाबूलाल मंडी के रहते हुए भी इनसे अपना प्रदेश अध्यक्ष नहीं चुना जा रहा है। साथी इन नेताओं के रहते हुए भी विधानसभा चुनाव में इनके पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी इनके पास अच्छा नेतृत्व है ही नहीं जिनके कारण पार्टी को नेतृत्व सौंपने में परेशानी हो रही है। जातीय समीकरण की बात पर बताया कि बीजेपी की विचारधारा ही अलग है यह झारखंड की आदिवासी विरोधी, गरीब विरोधी और किसानों के विचारों से बिल्कुल अलग है इसलिए पार्टी डिवाइड एंड रूल पॉलिसी को अपनाती है। साथ ही कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ही तय नहीं है, तो प्रदेश अध्यक्ष कैसे चुना जाएगा। वरिष्ठ भाजपा नेता ने विपक्ष के द्वारा लगाए जा रहे आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि पार्टी पूरी तरह से संगठनात्मक मर्यादा के तहत चलती है और प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा जल्द ही की जाएगी। उन्होंने दावा किया कि पार्टी एक मजबूत और सर्वस्वीकार्य चेहरा तलाश रही है जो आने वाले चुनावों में संगठन को गति और शक्ति दे सके।
झारखंड में भाजपा को नेतृत्व का इंतजार
