झारखंड जैव विविधता बोर्ड को मिला वनों की सुरक्षा जागरूकरता के लिये प्रथम तथा तथा प्रबंधन में चतुर्थ स्‍थान  

:::संवाददाताााा:::::

  • झारखंड जैव विविधता बोर्ड की उपलब्धि ।

  • सदस्‍य सचीव संजीव कुमार सितंबर माह से लगातार जैव विविधता विरासत स्थल संरक्षण का प्रशिक्षण दे रहे हैं।

  • कोलकाता में 21-22 फरवरी को इंडियन इंस्‍टीच्‍यूट ऑफ बायो सोशल रीसर्च एंड डेवलपमेंट के 16th नेशनल कॉन्‍वेंशन संकल्‍प 2025 में मिला सम्‍मान।

रांची/कोलकाता : झारखंड जैव विविधता बोर्ड को वनों की सुरक्षा जागरूकरता के लिये प्रथम तथा तथा जैव विविधता में प्रबंधन कार्यों के लिये चतुर्थ स्‍थान प्राप्‍त हुआ है। कोलकाता  में 21-22 फरवरी 2025 को संपन्‍न हुये इंडियन इंस्‍टीच्‍यूट ऑफ बायो सोशल रीसर्च एंड डेवलपमेंट के 16th नेशनल कॉन्‍वेंशन संकल्‍प 2025 में यह मिला सम्‍मान मिला है।

इस सम्‍मान के लिये किये गये कार्यो में PCCF सह सदस्य सचिव संजीव कुमार के मार्गदर्शन में सारंडा वन की मेघाहातू बुरू उतरी जैव विविधता प्रबंधन समिति को लगातार दिया गया प्रशिक्षण तथा  तालकोबाद से लिगिर्दा swamp को जैव विविधता विरासत स्थल का प्रस्ताव के साथ जड़ी बूटी के पारंपरिक ज्ञान संरक्षण कार्यो की कार्यक्रम की प्रस्तुति उल्‍लेखनीय रही। इस कार्यक्रम में पूरे भारत से सभी राज्य शामिल थे जिसमें झारखंड को लोगों के बीच  वनों की सुरक्षा में जागरूकता विषय पर संवाद के लिये प्रथम और जैव विविधता प्रबंधन समितियों की कार्य प्रणाली के लिये चतुर्थ स्‍थान का सम्‍मान  मिला।

झारखंड जैव विविधता पर्षद से पहली बार अपने इन प्रयासों की प्रस्‍तुति को दूसरे राज्यों  एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम में समितियों को भेजा गया था। संजीव कुमार (सदस्य सचिव) के द्वारा पूरे झारखंड के समितियों को कैपेसिटी बिल्डिंग का ट्रेनिंग दिया जा रहा है। वहीं तकनीकी पदाधिकारी हरि शंकर लाल लगातार सदस्य सचिव की दिशा निर्देश में समितियों को जागरूक करते रहे हैं।