:::रणजीत कुमार :::
रांची : 22 मई 2024 को अंर्तराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर झारखंड जैव विविधता पर्षद ने रांची के बीएनआर चाणक्य में एक सफल समारोह का आयोजन किया । प्रतिवर्ष 22 मई को मनाये जाने वाले इस दिवस का 2024 में थीम ”बी पार्ट ऑफ द प्लान” है। ताकि युवआओं से लेकर आम लोग अपनी जैव विविधता के संरक्षण के अभियान में जुड़ें।
क्या है? झारखंड जैव विविधता पर्षद
झारखंड विश्व की सबसे पुरानी धरती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि सिंहभूम की भूमि ही इस विश्व की वो धरती है जो समुद्र से सबसे पहले बाहर निकली। सबसे पुरानी धरती होने के कारण झारखंड जैव विविधता से परिपूर्ण और बहुत ही समृद्ध है। झारखंड जैव विविधता पर्षद (झारखंड बायोडायवर्सिटी बोर्ड) यहां की जैव विविधता के संरक्षण को समर्पित एक पर्षद है। पर्षद यहां पाये जाने वाले जीव जंतुओ, पेड़ पौधों, जड़ी बूटियों के संरक्षण में प्रयासरत रहता है। लुप्त हो रहे जीव जंतुओं पेड़ पौधों की सूची बनाने से लेकर लोगों को बताने और उनके संरक्षण में इसका प्रमुख योगदान रहा है। वर्तमान में झारखंड में कई प्रकार के पेड़ पौधे, जड़ी बूटियां तथा जीव प्रजातियां संकट ग्रस्त हैं।
इस समारोह की शुरूआत श्रीमती शैलजा सिंह, भा0व0से0 सदस्य सचिव, झारखण्ड जैवविविधता पर्षद के द्वारा स्वागत भाषण के साथ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ संजय श्रीवास्तव, भा0व0से0 प्रधान मुख्य वन संरक्षक (HoFF), झारखण्ड, श्री एन के सिंह भा0व0से0 अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक विकास, श्री अशोक कुमार भा0व0से0 प्रधान मुख्य वन संरक्षक मानव संशाधन विकास थे|
स्कूली बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्साह से भाग लिया
झारखण्ड जैवविविधता पर्षद द्वारा विभिन्न जिलों राँची एवं अन्य बारह जिलों खुंटी, पूर्वी सिंहभूम,पश्चिमी सिंहभूम, देवघर, जामताड़ा, दूमका, सरायकेला,पाकुड़ ,साहेबगंज, लातेहार, गुमला, गोड्डा के सरकारी स्कुल के बच्चों के लिए चित्रकला, निबंध लेखन, रंगोली प्रतियोगिता एवं मोडल परियोजना प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें लगभग 2800 छात्र-छात्राओं द्वारा भाग लिया ।प्रतियोगिताओं में सफल प्रतिभागियों निबंध प्रतियोगिता में 29 चित्रकला प्रतियोगिता में 29 रंगोली प्रतियोगिता में 05 प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा समारोह में पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। राँची के विभिन्न सरकारी स्कूलों का दिनांक 7 मई को आदिवासी बाल विकास उच्च विद्यालय, रातू, राँची; दिनांक 8 मई को बालिका उच्च विद्यालय, बोड़ेया, राँची एवं दिनांक 9 मई को अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव +2 जिला विद्यालय, राँची में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 400 छात्र-छात्राओं द्वारा भाग लिया गया|
चित्रकला प्रतियोगिता में किरण कुमारी को प्रथम अल्पना कुमारी को द्वितीयसिमरन कुमारी को तृतीय, अविनाश उरांव लावण्या को सांतव्ना पुरस्कार दिया गया।
निबंध लेखन प्रतियोगिता में जैवविविधता संरक्षण में आपकी भागीदारी विषय पर अमन राम प्रथम, भावेश कुमार द्वितीय , तृषा कुमारी तृतीय, नाजिया खातून, सारा फातिमा और तृषा यादव को सांतव्ना पुरस्कार दिया गया।
रंगोली बनाओ प्रतियोगिता में स्वाति उराँव को प्रथम, राखी कुमारी को द्वितीय, कंचन कुमारी को तृतीय और बबली कुमारी ख़ुशी कुमारी को सांत्वना पुरस्कार मिला।
वहीं पर्यावरण के अनुकूल जीवन-शैली विषय पर मॉडल परियोजना प्रतियोगिता में अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव +2 जिला विद्यालय, शहीद चौक, राँची प्रथम मारवाड़ी +2 उच्च विद्यालय, शहीद चौक, राँची द्वितीय ,एस० एस० डोरंडा +2 बालिका उच्च विद्यालय, डोरंडा, राँची तृतीय स्थान प्राप्त किया
हो और संथाली भाषा में पुस्तिका का हुआ विमोचन
समारोह में हो और संथाली में अनुवादित पुस्तिका जैवविविधता-धरती पर जीवन की विविधता का विमोचन एवं पुस्तिका के अनुवादक डॉ० सरसवती गागराई, सहायक प्रोफेसर (जनजातीय भाषा ‘हो’) एवं डॉ० शकुन्तला बेसरा, सहायक प्रोफेसर (जनजातीय भाषा ‘संथाली’) जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग, राँची विश्वविद्यालय को मुख्य अतिथि द्वारा प्रसंशा प्रमाणपत्र दिया गया |
जैव विविधता के संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले दो कर्मियों को किया गया सम्मानित
वन विभाग के वनरक्षी राजा घोष, घनश्याम महतो एवं अलोक महतो को उनके जैविविधता में जुझारू अनुभव पर मुख्य अतिथि द्वारा प्रसंशा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में संबंधित विभिन्न विभागों के वरीय अधिकारी शामिल हुए। साथ ही शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूली बच्चे, स्थानीय जैवविविधता प्रबंधन समितियों के सदस्य, तथा पर्यावरण-संरक्षण में रूचि रखने वाले लोग और जैवविविधता संबंध में जागरूकता फैलाने में रूचि रखने वाले लोग भी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन पल्लवी भारती, ने किया किया गया।