रांची के एक और युवा ने वैश्विक मंच पर अपने शहर और राज्य का नाम रोशन किया है। आदित्य शंकर प्रसाद, जो रांची के जेपीएम श्यामली स्कूल से केजी से बारहवीं तक की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं, ने हाल ही में हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल से एमबीए की डिग्री प्राप्त की है।
यह क्षण उनके लिए बेहद भावुक था, क्योंकि उनके माता-पिता — जो रांची में रहते हैं (पिता झारखंड राज्य स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर रहे हैं और माँ मानवविज्ञान की प्रोफेसर रही हैं, दोनों अब सेवानिवृत्त) — विशेष रूप से अमेरिका के बोस्टन शहर गए, जहां उन्होंने अपने बेटे की इस उपलब्धि को नज़दीक से देखा और गर्व के साथ उसका जश्न मनाया।
आदित्य ने हार्वर्ड से पहले मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT), बोस्टन से इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री भी हासिल की है। बीते आठ वर्षों में वे टेस्ला, एप्पल, और क्लाउडकिचन जैसी दिग्गज वैश्विक कंपनियों में कार्य कर चुके हैं।
टेस्ला में काम करते हुए उन्हें एलन मस्क जैसे दूरदर्शी नेता के साथ काम करने और टेस्ला मॉडल 3 की उत्पादन प्रक्रिया में योगदान देने का मौका मिला। वहीं, क्लाउडकिचन में उन्होंने हार्डवेयर इंजीनियरिंग टीम का नेतृत्व किया और वहां उबर के संस्थापक ट्रैविस कलानिक के साथ मिलकर काम किया।
उन्होंने iPhone और Tesla कारों के विकास जैसे अत्याधुनिक प्रोजेक्ट्स पर काम किया है, और आज वे ऊर्जा, निर्माण और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर बदलाव ला रहे हैं।
आदित्य का मानना है कि रांची और झारखंड के हर कोने में असीम संभावनाएँ छिपी हुई हैं। उनका यह सफर इस बात का प्रमाण है कि यदि सही मार्गदर्शन और अवसर मिले, तो कोई भी सपना दूर नहीं होता।
उनकी इस प्रेरणादायक यात्रा को हार्वर्ड के छात्र मैगज़ीन “The Harbus” में भी विशेष रूप से प्रकाशित किया गया है।