5 जून 2024:विश्व पर्यावरण दिवस : धरती को बचाने की एक छोटी सी पहल

प्रतिमा प्रिया

यूजी इंटर्न स्कूल आफ मास कम्युनिकेशन

रांची युनिवर्सिटी ,रांची

5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस “भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा सहनशीलता” (Land Restoration, Desertification And Drought Resilience\)विषय के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन को विश्वभर में लोगों को पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के महत्त्व के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।

*राजधानी रांची में पर्यावरण चुनौतियां:*
रांची में तेजी से बढ़ती आबादी, और औद्योगिकीकरण के कारण पर्यावरणीय चुनौतियां विकराल रूप ले रही हैं। इन चुनौतियों का शहर के निवासियों के स्वास्थ्य और जीवन स्तर पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है।
👉d*वनों की कटाई**:बढ़ती आबादी और शहरीकरण के कारण रांची में वनों की कटाई एक गंभीर समस्या है। इससे मिट्टी का क्षरण, बाढ़ और सूखा जैसी समस्याएं पैदा हो रही है *👉*प्रदूषण** : वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक कचरा और बढ़ते कचरे के कारण रांची में वायु और जल प्रदूषण बढ़ रहा है। यह मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक है।
👉*जल संकट** :अत्यधिक भूजल दोहन और जल प्रदूषण के कारण शहर में जल संकट गहराता जा रहा है।

**रांची वासियों व प्रशासन की मिली जुली पहल:**
पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए झारखंड सरकार कई स्तरों पर काम कर रही है।
👉*वनीकरण*: झारखंड सरकार वनीकरण कार्यक्रमों के माध्यम से वनों की कटाई को रोकने और वन क्षेत्र को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा, कई सामाजिक संगठन और स्थानीय समुदाय भी वृक्षारोपण अभियान चला रहे हैं।
👉*प्रदूषण नियंत्रण* :झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वायु और जल प्रदूषण को कम करने के लिए कड़े नियम लागू कर रहा है। बोर्ड औद्योगिक इकाइयों और वाहनों से होने वाले उत्सर्जन पर निगरानी रख रहा है और प्रदूषण फैलाने वालों पर जुर्माना लगा रहा है।
👉*जल संरक्षण* : झारखंड सरकार वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण जैसी तकनीकों को बढ़ावा देकर जल संरक्षण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अलावा, लोगों को पानी बचाने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।

**आम नागरिकों की भूमिका:**
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि हम सभी धरती के भविष्य के लिए जिम्मेदार हैं। छोटे-छोटे बदलाव भी बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।
👉*वृक्षारोपण:** अपने घरों, स्कूलों और कार्यस्थलों में पेड़ लगाकर आप रांची को हरा-भरा बनाने में योगदान दे सकते हैं।
*👉*पानी बचाना:** नल बंद करके दांत ब्रश करना, कम शॉवर लेना और रेनवाटर हार्वेस्टिंग जैसी तकनीकों का उपयोग करके आप पानी बचा सकते हैं।
👉*कचरा प्रबंधन:** अपने कचरे का उचित प्रबंधन करें और प्लास्टिक का उपयोग कम करें।
👉*जागरूकता फैलाना:** अपने परिवार, दोस्तों और समुदाय के सदस्यों को पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में शिक्षित करें और उन्हें टिकाऊ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें।

**निष्कर्ष**:

धरती को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। विश्व भर में किए जा रहे प्रयासों से प्रेरणा लेकर हम सब मिलकर अपनी धरती को स्वच्छ, हरा-भरा और रहने योग्य बना सकते हैं। आइए, “हमारी धरती, हमारे भविष्य” को बचाने के लिए आज ही कदम उठाएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *