केंद्रीय रेशम बोर्ड-केन्द्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रांची द्वारा दुमका में तसर रेशम कृषि मेला-2025 का वृहद् आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य-अतिथि के रूप में श्री अभिजीत सिन्हा, डीडीसी दुमका ने कहा कि तसर रेशम उत्पादन से ग्रामीण रोजगार सृजन की असीम संभावना है. डॉ.एन.बी.चौधरी, निदेशक ने कहा कि तसर उद्दोग को गति प्रदान करने में संथाल परिक्षेत्र का अप्रतिम योगदान है. श्री सात्विक, भा.व.से. ,प्रमंडलीय वन पदाधिकारी, दुमका ने कहा कि जल, जंगल, जमीन एवं पर्यावरण का संरक्षण में तसर उद्दोग की भूमिका है. इस अवसर पर प्रो. बिमल प्रसाद सिंह, कुलपति सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका ने कहा कि तसर रेशम कृषकों की सफलता की कहानी के आयाम ले कर आयेगी. श्री तूफान कुमार पोद्दार जिला खेल अधिकारी दुमका ने बताया कि दुमका को झारखण्ड राज्य के सिल्क सिटी के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है. तसर रेशम कृषि मेला-2025 में लगभग 550 लोंगों ने सहभागिता किया.