मनोज कुमार शर्मा
सितंबर माह में राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) ने ग्रामीण भारत में कृषक परिवारों की स्थिति और परिवारों की भूमि एवं पशुधन का मूल्यांकन 2019 रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट में किसानों द्वारा मासिक आमदनी की जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक देश का एक कृषक परिवार औसतन 10,218 रुपए कमाता है। इसमें से 4,063 रुपए मजदूरी से, 3798 रुपए फसल से, 1582 रुपए पशुधन से , 134 रुपए जमीन लीज पर देकर और 641 रुपए गैर कृषि कार्यों से कमाता है। इसका आशय है कि कृषक परिवार की दैनिक आमदनी 340 रुपए है। बेशक ये आंकड़े दिलचस्प हैं, लेकिन इससे अधिक दिलचस्प राज्यों के आंकड़े हैं। राज्यवार अगर देखें तो बहुत असमानता देखने को मिलेगी। सबसे अधिक आमदनी मेघालय के कृषक परिवार की है। यहां का कृषक परिवार औसतन 29,348 रुपए महीना कमाता है, जबकि सबसे कम आमदनी (4,895 रुपए महीना) झारखंड के कृषक परिवार की है। मेघालय के बाद पंजाब के किसान की आमदनी है। यहां का एक कृषक परिवार औसतन 26,701 रुपए महीना कमा रहा है। अगर उत्तर प्रदेश के कृषक परिवार से तुलना करें तो उत्तर प्रदेश के एक कृषक परिवार के मुकाबले पंजाब का कृषक परिवार तीन गुणा अधिक कमा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कृषक परिवार की मासिक आमदनी औसतन 8,061 रुपए है। लेकिन अगर झारखंड के किसान परिवार से तुलना करें तो पंजाब का किसान लगभग पांच गुणा अधिक कमा रहा है। यानि झारखंड के किसानों की स्थिति सबसे कम है। प्राकृतिक संपदा में देश के सबसे समृद्ध राज्य झारखंड के लिये यह बहुत ही निराशापूर्ण तस्वीर है।